
पावन क्रूस विद्यालय पटेलनगर भुरकुंडा में धूमधाम से मना पैरेंट्स डे
हर क्षेत्र में अव्वल हैं यहां के बच्चे : जीएम
भुरकुंडा (रामगढ़)। पावन क्रूस विद्यालय पटेलनगर भुरकुंडा में शनिवार को पैरेंट्स डे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी शुरूआत मुख्य अतिथि बरका-सयाल महाप्रबंधक अजय सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इसके बाद विद्यालय परिवार द्वारा अतिथियों का नृत्य-गीत के साथ स्वागत करते हुए मंच पर बैठाया गया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक नृत्य, गीत व नाटक का मंचन कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। वहीं मोबाइल के दुष्प्रभाव के बावत बच्चों द्वारा प्रस्तुत किया गया नाटक लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। मौके पर मुख्य अतिथि जीएम अजय सिंह ने कहा कि यहां के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ हर क्षेत्र में अव्वल हैं।

उन्होंने कहा कि बच्चों के कार्यक्रम देखकर यह कहा जा सकता है कि यहां के बच्चे प्रतिभा के धनी है। उन्होंने ऐसे आयोजन के लिए विद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों की प्रतिभा निखरती है, साथ ही बच्चों में नये ऊर्जा का संचार होता है।
कार्यक्रम में सत्र 2023-24 में मैट्रिक परीक्षा में रामगढ़ जिला में टॉप 10 की सूची में आने वाले पावन क्रूस विद्यालय की छात्राओं को सचिव एग्नेस बेक ने ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। वहीं शत प्रतिशत अटेंडेंस, बेहतर मार्क्स और खेल-कूद में बेहतर प्रदर्शन करने सहित अन्य क्षेत्रो में बेहतर प्रर्दशन के लिए बच्चों को पुरस्कृत किया गया।

मौके पर विद्यालय की सचिव एग्नेस बेक ने विद्यालय के सालभर की उपलब्धियों और क्रिया-कलापो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों का स्कूली जीवन अपने परिवार से ही शुरू होती है। अच्छे संस्कार और व्यवहार घर से ही मिलना चाहिए। आपसी प्रेम का संदेश होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने घर में एक सुखद वातावरण बनाएं रखें ताकि बच्चों के सर्वांगीण विकास में कोई बाधा उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय प्रबंधन कटिबद्ध है। आने वाले वर्षों में यहां के बच्चे एक-दूसरे से अंग्रेजी में बातचीत कर सकें इसके लिए कार्य किया जा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापिका सिस्टर सुमंती टोप्पो व सचिव एग्नेस बेक और संचालन रेणु पॉल और आनंद टेटे ने संयुक्त रूप से किया।

धन्यवाद ज्ञापन बासिल कुजूर ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सिस्टर संगीता, सिस्टर सुनीता मिंज, सिस्टर अनुपम जोजो, सिस्टर निर्मला, सिस्टर अल्मा, निशा, सिस्टर प्रभा, सिस्टर सुनीता, मिंज एवं रजनी सिन्हा, सुधीर कुमार, मो. कमरूद्दीन, रेनू पॉल, आनंद, निर्मला, कंचन, रजनी डुंगडुुंग, मनीष, संगीता, सोसन, बासिल, सुदीप, नीलिमा, पूजा, दीपा, मानसी, अल्मा, गायत्री आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं का विशेष योगदान रहा।