
भुरकुंडा (रामगढ़)। सीसीएल बरका-सयाल क्षेत्र की बंद पड़ी सौंदा डी परियोजना को दोबारा शुरू करने की तैयारी तेज हो गई है। इसी क्रम में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, रांची के डीआईजी फॉरेस्ट शशि शंकर पाठक (आईएफएस) ने परियोजना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बंद अंडरग्राउंड माइंस व आसपास के क्षेत्रों का अवलोकन किया
और सीसीएल अधिकारियों से जरूरी जानकारियाँ लीं। मौके पर डीएफओ नीतीश कुमार, बरका सयाल जीएम अजय कुमार सिंह, सौंदा डी पीओ रामेश्वर मुंडा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बताया गया कि 99.69 हेक्टेयर भूमि डायवर्सन के लिए मंत्रालय को कंप्लायंस रिपोर्ट दी गई थी,
जिसे लेकर यह निरीक्षण हुआ। रिपोर्ट के आधार पर मंत्रालय क्लीयरेंस देगा, जिसके बाद परियोजना के दूसरे फेज को शुरू करने की प्रक्रिया तेज होगी। दूसरे चरण में रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल के तहत लगभग 148 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया जाएगा और करीब 25 वर्षों तक कोलियरी का संचालन होगा।