पशुपालन विभाग माण्डू द्वारा 75% अनुदान में बाटी गई बकरियां, लाभुकों के बकरियों की हुई मौत

लाभुक को सरकार की ओर से दी गई बकरी के मरने का सिलसिला जारी
रिपोर्ट एस कुमार
सिरका। मांडू प्रखंड क्षेत्र के मंझला चुम्बा एवं बड़का चुम्बा पंचायत में बीते 24 जनवरी को पशुपालन विभाग माण्डू द्वारा 75% अनुदान में बकरी पालने के लिए आवंटन किया गया। जिसमें लाभुकों को बकरी मिला था, परन्तु बकरी मिलने के तीसरे चौथे दिन से बकरी बीमार होने लगी व मरने लगे।
1962 टोल फ्री नम्बर पर कॉल किया गया मोबाइल पशु चिकित्सा वाहन को उसमें दुरी की वजह से इंकार कर दिया गया। लोकल डाक्टरों से चिकित्सा करवाया गया लेकिन काफी पैसा लग गया फिर भी बकरियाँ नहीं बच पा रही हैं अब तक लाभुक बबीता देवी की तीन बकरियाँ एवं गुंजा दास की एक बकरी की मरने की खबर है।
बकरी के मरने के बाद लाभुक बहुत दुखी है। लाभुकों ने बताया कि पशु चिकित्सक मनोज झा और पशु ठिकेदार अजित ने 6200 रू अंशदान के रूप में लेकर बकरी वितरण किया था दोनों के मिलीभगत से छोटे-छोटे खराब नस्ल के बीमार बकरियों का वितरण किया गया है
इसमें सरकारी पैसों का बंदरबाँट व लाभुकों का आर्थिक दोहन महसुस हो रहा है, यहाँ तक कि पशुओं के लिए जरूरत के कुछ दवाईयाँ भी दी जानी चाहिये वो भी नहीं दिया गया। सूत्र बताते हैं कि यह है सरकारी योजनाओं का खेल, लाभुक ठगे महसुस कर रहे हैं। बेहतर नस्ल की बकरी की आपूर्ति नहीं किए जाने की वजह से वितरण के कुछ दिनों के बाद से ही बकरी के मरने का सिलसिला जारी है।