
रिपोर्ट एस कुमार
सिरका। भाकपा माले, पुराना चुम्बा पंचायत के ग्राम कंजगी में पार्टी कार्यकर्ताओं, समर्थकों जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल होकर 01 जनवरी 1948 को खरसावां गोली कांड के शहीदों के प्रति सभा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई।
साथ ही तत्पश्चात जोरदार तरीके से नारे लगाए गए. झारखंड को कॉर्पोरेट लूटखंड नहीं बनने देंगे! जल जंगल जमीन है जनता की, अडाणीकी जागीर नहीं! पेसा कानून लागू करो पांचवी अनुसूची लागू करो! खरसावां के शहीदों को हूल जोहार, लाल सलाम! श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए
भाकपा माले जिला सचिव भुनेश्वर बेदिया ने बताया कि आज से 77 वर्ष पूर्व 1 जनवरी 1948 को रानी दुर्गावती ऑडिटोरियम में झारखंड के खरसावां में शाहीद आदिवासियों के याद में यह श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई है। 1 जनवरी 1948 को जब आजाद भारत अपने पहला जश्न मना रहा था।
तब बिहार का खरसावां (अब झारखंड) में अपने खून अपनों के द्वारा बहाया जा रहा था। 1 जनवरी 1948 खरसावां हाट में 50हजार से अधिक आदिवासियों की भीड़ पर ओड़ीसा मिलिट्री पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें कई आदिवासी मारे गए थे।
वहां एकजुट होकर आदिवासियों ने खरसावां को ओड़ीसा में मिलाने का विरोध कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी द्वारा जोहार झारखंड संकल्प अभियान बीते 18 दिसंबर 2024 से आगामी 22 अप्रैल 2025 तक जल जंगल जमीन पर कब्जा मंजूर नहीं, अडाणी का कब्जा मंजुर नहीं,
नफरत की राजनीति को दूर करो, फासीवाद को चकनाचूर करो, आदि नारों के साथ गांव टोला मोहल्ला व पंचायतों में जन-जन के बीच इस संदेश को लेकर जा कर समाज के हर तबके के लोगों को जागृत करना है।
मौके पर श्रद्धांजलि सभा में जिला कमेटी सदस्य जयनंदन गोप, मांडू प्रखंड कमेटी सदस्य लालचंद बेदिया, रामवृक्ष बेदिया, कांति देवी, रूपन गोप, अदेश्वर गोप, राजेश गोप, संझवा देवी, उर्मिला देवी, प्रमिला देवी, इतवारिया देवी, सुगनी देवी, शीतल कुमारी, संगीता कुमारी, किटकरी देवी आदि सैकड़ों लोग शामिल थे।